Learn Crystal Healing & Programming
Level -1
क्रिस्टल जिन्हे ल्यूमेरियन व पुरातन वैदिक सभ्यता से लेकर अनेकानेक प्राचीन सभ्यताओं ने विभिन्न प्रकार से अपनी समस्त भौतिक एवं अधिभौतिक आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए नाना प्रकार से प्रयोग किया, ऐसे ही दिव्य एवं चमत्कारी क्रिस्टल पर आधारित है हमारी आगामी Learn Crystal Healing and Programming कार्यशाला ।
इसी विज्ञान को हमारे मनीषियों ने ग्रहों की ऊर्जा को बढ़ाने के लिए नवग्रहों के रत्नों के रूप में प्रयोग किया । क्रिस्टल न सिर्फ ग्रहों को बल्कि हमारे चक्रों को, व्यवसाय को, अंगों को बल्कि हमारे संबंधों तक को शक्तिशाली रूप से प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं ।
हमारी विशेष Learn Crystal Healing and Programming कार्यशाला क्रिस्टल के इन्ही प्रभावों को जानने समझने और उसे अपने जीवन में प्रयोग में लाने पर आधारित है जिससे हम अपने जीवन के विभिन्न आयामों को शक्तिशाली रूप से सुदृढ़ और सशक्त बना सकें ।
इस कार्यशाला में हम क्रिस्टल के नीचे दी गई जानकारियां प्राप्त करेंगे:—
1) क्रिस्टल के बारे में विस्तृत जानकारी ।
2) क्रिस्टल को किस प्रकार चुना जाए ।
3) अलग अलग क्रिस्टल के गुण और उनका जीवन के अलग अलग पहलुओं में उपयोग ।
4) क्रिस्टल के द्वारा अपने और दूसरों के चक्रों की सफाई और हीलिंग ।
5) क्रिस्टल के द्वारा अपने और दूसरों के शरीर के विभिन्न अंगों की हीलिंग ।
6) क्रिस्टल को साफ और ऊर्जित करना ।
7) क्रिस्टल के द्वारा अपने संबंधों की हीलिंग करना और उनको प्रगाढ़ करना ।
8) क्रिस्टल के द्वारा अपने व्यवसाय में आ रही बाधाओं को दूर करके और अधिक समृद्धि की ओर ले जाना ।
9) क्रिस्टल की सहायता से घर और व्यवसाय में धन, संपन्नता, प्रचुरता और वैभव के सतत प्रवाह का मार्ग बनाना ।